गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संत रविदास ने अंतःकरण की शुद्धि पर बल दिया। आज माघी पूर्णिमा के दिन इस महान संत का जन्म हुआ। हर व्यक्ति को लोक कल्याण और राष्ट्रकल्याण के लिए उन्होंने प्रेरित किया। देश दुनिया में उनके अनुयायी उनसे प्रेरणा लेकर लोककल्याण में खुद को समर्पित कर रहे हैं। उन्होंने सभी को संत रविदास जयंती की बधाई दी।
संत परंपरा से मजबूत होगा भारत
मुख्यमंत्री संत रविदास जयंती पर रविवार को अलवापुर स्थित संत रविदास मंदिर में आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस संत परंपरा को हम जितना मजबूत करेंगे, भारत उतना ही मजबूत होगा। पिछले साल 50 लाख 78 हजार रुपये हमने मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए स्वीकृत किये थे और उससे यहां काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महत्वपूर्ण यह नहीं कि व्यक्ति कब और कहां पैदा हुआ है, महत्वपूर्ण यह है कि राष्ट्र और समाज के लिए उसका योगदान क्या है।
पूर्वजों पर गौरव की अनुभूति
कहा कि हम सबको अपने पूर्वजों पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए। हमने 26 जनवरी को प्रदेश में छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति को ऑनलाइन किया है। पिछले सालों से 3 गुनी धनराशि छात्र छत्राओं के जीवन में अवसर प्रदान करने के लिए उपलब्ध कराई गई है। एक साथ 56 लाख छात्र- छात्राओं को यह धनराशि प्रदान की गई।
संत रविदास की पूजा-अर्चना की
इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने संत रविदास की पूजा-अर्चना की। पूजन पुजारी पूर्णमासी ने कराया। उन्होंने मुख्यमंत्री को पूजन सामग्री प्रदान की। मुख्यमंत्री ने पहले अगरबत्ती दिखाई, कपूर से आरती की और माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धा निवेदित की। मंदिर परिसर में स्थित भगवान बुद्ध की मूर्ति के समक्ष मोमबत्ती जलाकर अपनी आस्था और श्रद्धा अर्पित की।